शनिवार, 7 मार्च 2009

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

सभी दिदी भुलियों सुणा आज महिला दिवस पर तुम बी कसम आवा कि गढ़वाल कू नौं रोशन करण मा तुम बी अफड़ू योगदान द्याला। तुम बी पढ़ी लिखी तें विश्व मा अफड़ी छाप छोड़ला । विश्व कू प्रत्येक मनखी याक दिन तुमारी सफलता देखी तें नतमस्तक ह्वोलू। त आज महिला दिवस पर यू पर्ण कर द्या कि गढ़वाल की नारी का सामणी क्वी बी काम मुश्किल नींन। अगर स्या चाहू त घर और परदेश द्वी जगों अफडू डंका बजाउ। अफड़ी नारी शक्ति सी ये जग तें पिछाड़ी छोड़ी द्यो। त आज कल्पना चौहान, सुनिता विलियम, और जनी कै तें अफड़ू आदर्श माणिक तें अफड़ू भविष्य उज्जवल बणावा।