एक गढ़वाली गीत
कुठारिका खाना जलमा,कुठारिका खाना
ऐ जलमा छोरी रे
बाटा-बाटा भटकूणु छौं मैं त्वे छोरी का बाना
ऐ जलमा छोरी रे,
पोथिली का गान जलमा,पोथिली का गान
ऐ जलमा छोरी रे,
ज्वानी भरीं च माया लगेदी,क्या ल्यांण यखान
ऐ जलमा छोरी रे,
छांसी कू मखन जलमा,छांसी कू मखन
ऐ जलमा छोरी रे,
सब बन्धन सी प्यारू होंदू , प्रेम कू बन्धन
ऐ जलमा छोरी रे,
घोड़ा कू कमर जलमा, घोड़ा कू कमर
ऐ जलमा छोरी रे,
साथ मरी-मिटी जोला, ह्वे जोला अमर
ऐ जलमा छोरी रे।