बिलम्यूँ बथौं
इनी भटिगीगी सू अफड़ा बाटा न
जन्यू भटक्यूँ क्वी बिलम्यूँ बथौं,
इनी उलझी सू अफड़ा बाटा मा
जन्यू उलझ्यौं क्वी बिलम्यूँ बथौं,
याक दिन याद थो ते अफड़ू करम
याक दिन याद थो ते अफड़ू धरम
इनी उलझी सू पाप का जाल मा
जन्यू ----------------------I
याक दिन जाणदू थो सू अफड़ा-परायौं तें
याक दिन पछाणदू थो सू गैर-विराणौं तें
इनी उलझी सू धन का ल्वाभ मा
जन्यू---------------------------II
याक दिन थो त्येकु बाटू बी साप
मन मा नी थो त्येका क्वी पाप
इनी उलझी सू पाप का जाल मा
जन्यू--------------------------III
अब नी त्येक तें क्वी बी बाटू
बची नी अब त क्वी बी घाटू
इनी उलझी सू जग का जंजाल मा
जन्यू उलझ्यौं क्वी बिलम्यूँ बथौं IV
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